वो रो रही थी मुझे याद करके मैं रो रहा था उसे भूलकर के।
जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो,
वफ़ा खुद से नहीं होती और खफा हम पर होते हो!
ये अकेलापन कब तक मुझे सताएगा, तुझ बिन ये मुझे कब तक रुलायेगा।
मेरे चुनाव से लोग जलने लगे हैं क्योंकि अब मेरे साथ में तू चलने लगी है।
"अगर ठीक समझो तो इतना बता दो, दिल बेचैन हो रहा है, कहीं तुम उदास तो नहीं हो।"
नहीं आती तो याद उन की महीनों तक नहीं आती
कि जिस दिन तुम नहीं आते तुम्हारी याद आती है
अफ़साना लिखते-लिखते तेरी याद आ गयी पर एक तू न आई।
"वो हम से दूर है, पर लोग आज भी उन्हें हमारे मोहब्बत के नाम से जानते है।"
जीने का एक नया get more info ज़रिया मिला, जब से तेरा है हाँथ थामा।
जब आपकी खुशियाँ किसी और के मौजूदगी की मोहताज होती है!
इस दुनिया मै हँसाने वाले अक्सर ज्यादा रोया करते है!
लगता है अब ये दर्द किसी और के साथ बाँट नहीं सकता।"